नई दिल्ली 14 मई 2025 आज रात्रि काल बैठक में बाबूजी सुशील कुमार सरावगी जिंदल राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्रीय विचार मंच नई दिल्ली ने कहा कि
*बुजुर्ग हमारे धरोहर* सामाजिक संगठन में प्रायः समाज के छात्रों के शैक्षिक विषय वस्तु पर लड़कियों के शादी विवाह आदि हेतु आर्थिक सहयोग, सांस्कृतिक, राजनीति में भागीदारी आदि पर चर्चा होती है तथा प्रकोष्ठ भी बनाया जाता है परन्तु समाज के *बुजुर्गों हेतु प्रकोष्ठ* नहीं बनता है उनकी आर्थिक मानसिक तथा भावनात्मक सहयोग के लिए *बुजुर्ग हमारे धरोहर* से संबंधित प्रकोष्ठ बनाया जाना चाहिए । इसके लिए डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्रीय विचार मंच नई दिल्ली अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
*बुजुर्ग हमारे धरोहर प्रकोष्ठ* बनाने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन किया जा सकेगा।
👉🏿 *चरण 1: प्रकोष्ठ का उद्देश्य निर्धारित करना*
बुजुर्ग हमारे धरोहर प्रकोष्ठ का उद्देश्य समाज के बुजुर्गों को आर्थिक, मानसिक और भावनात्मक सहयोग प्रदान करना है। इस प्रकोष्ठ का मुख्य उद्देश्य बुजुर्गों को सम्मान और समर्थन प्रदान करना है।
👉🏿 *चरण 2: प्रकोष्ठ की संरचना निर्धारित करना*
बुजुर्ग हमारे धरोहर प्रकोष्ठ की संरचना में निम्नलिखित सदस्य शामिल हो सकते हैं:
- *प्रकोष्ठ अध्यक्ष*: प्रकोष्ठ के अध्यक्ष का चयन किया जाएगा जो प्रकोष्ठ के कार्यों को संचालित करेंगे।
- *सदस्य*: प्रकोष्ठ में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा जो बुजुर्गों को सहयोग प्रदान करने में मदद करेंगे।
- *कार्यकर्ता*: प्रकोष्ठ में कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाएगा जो प्रकोष्ठ के कार्यों को क्रियान्वित करेंगे।
👉🏿 *चरण 3: प्रकोष्ठ के कार्य निर्धारित करना*
बुजुर्ग हमारे धरोहर प्रकोष्ठ के कार्यों में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:
- *आर्थिक सहयोग*: प्रकोष्ठ बुजुर्गों को आर्थिक सहयोग प्रदान करेगा।
- *मानसिक सहयोग*: प्रकोष्ठ बुजुर्गों को मानसिक सहयोग प्रदान करेगा।
- *भावनात्मक सहयोग*: प्रकोष्ठ बुजुर्गों को भावनात्मक सहयोग प्रदान करेगा।
- *स्वास्थ्य सेवाएं*: प्रकोष्ठ बुजुर्गों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा।
- *सामाजिक गतिविधियां*: प्रकोष्ठ बुजुर्गों के लिए सामाजिक गतिविधियों का आयोजन करेगा।
👉🏿 *चरण 4: प्रकोष्ठ के लिए निधि जुटाना*
बुजुर्ग हमारे धरोहर प्रकोष्ठ के लिए निधि जुटाने के लिए निम्नलिखित तरीकों का पालन किया जा सकता है:
- *दानी*: प्रकोष्ठ दानियों से निधि जुटा सकता है।
- *सरकारी अनुदान*: प्रकोष्ठ सरकारी अनुदान प्राप्त कर सकता है।
- *सामाजिक संगठनों से सहयोग*: प्रकोष्ठ सामाजिक संगठनों से सहयोग प्राप्त कर सकता है।
👉🏿 *चरण 5: प्रकोष्ठ के कार्यों का मूल्यांकन करना*
बुजुर्ग हमारे धरोहर प्रकोष्ठ के कार्यों का मूल्यांकन करने के लिए निम्नलिखित तरीकों का पालन किया जा सकता है:
- *प्रकोष्ठ के कार्यों की समीक्षा*: प्रकोष्ठ के कार्यों की समीक्षा की जाएगी।
- *बुजुर्गों की प्रतिक्रिया*: बुजुर्गों की प्रतिक्रिया प्राप्त की जाएगी।
- *प्रकोष्ठ के कार्यों का विश्लेषण*: प्रकोष्ठ के कार्यों का विश्लेषण किया जाएगा।
इन चरणों का पालन करके *बुजुर्ग हमारे धरोहर प्रकोष्ठ* बनाया जा सकता है जो समाज के बुजुर्गों को आर्थिक, मानसिक और भावनात्मक सहयोग प्रदान करेगा। यह जानकारी के साथ डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्रीय विचार मंच नई दिल्ली भारत इस योजना के तहत पूरी निष्ठा से संज्ञान ले कर काम प्रारंभ करने जा रहा है। यह जानकारी आज विज्ञप्ति जारी कर राहुल गोयल राष्ट्रीय महामंत्री ने बताई।
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